एक मेरे घनिष्ट मित्र कोलाराडो अमेरिका मे रहते है, फोन आया अक्सर विचार विमर्श होता है, इस बार विषय था अमेरिका मे समाजिक परिवर्तन -
मित्र ने जो विचार ब्यक्त किए वह इस तरह है-
अमेरिका मे बहुत समय पहले महिलाओ ने सशक्तिकरण की परिभाषा - अकेले रहना , premarital sex, परिवार मे विश्वास न करना, शादी के कुछ समय बाद तलाक, समाज से परे स्वछंद सोच, Early age sex, Living Relationship, आदि को माना।
जब ये सोच रखने वाली पीढी वृद्धावस्था की तरफ पहुची तो अकेलापन,बिना पिता के बच्चे की परवरिश, एवं अन्य तरह की ब्याधियो का परिणाम आया ।
आज अमेरिका मे देख सकते है की लोग परिवार मे विश्वास करने लगे है, पति पत्नी के संबंध कम टूटते हुए देखे जा रहे है, जहा पहले कूछ ही समय मे टूट जाते थे। अब 10 से 15 साल के बाद देखने को मिलता है।
कहते है अमेरिका भारत से हमेशा 5 से 10 साल आगे रहता है, आज हम उसी दौर मे है जहा अमेरिका पहले था।
हम समाजिक ब्याधियो की तरफ बढ रहे है।
आज अमेरिका मे देख सकते है की लोग परिवार मे विश्वास करने लगे है, पति पत्नी के संबंध कम टूटते हुए देखे जा रहे है, जहा पहले कूछ ही समय मे टूट जाते थे। अब 10 से 15 साल के बाद देखने को मिलता है।
कहते है अमेरिका भारत से हमेशा 5 से 10 साल आगे रहता है, आज हम उसी दौर मे है जहा अमेरिका पहले था।
हम समाजिक ब्याधियो की तरफ बढ रहे है।
पश्चिम सभ्यता , पूवीॅ सभ्यता को अपना रहा है ओर हम पश्चिमीकरण सभ्यता।
अपने घनिष्ठ मित्र को धन्यवाद साधुवाद ।।
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