फिल्मो मे भी खामोशीयां छिपी होती है......पता नही चलता......खोजनी पडती है. कोलाहल मे खामोशी बड़े शहरो की भागदौड़ मे खामोशी , संगीत और गीतो मे खामोशी, लेकिन मन की खामोशीयो को कैसे समझे.....
ऐसे ही लिख डाला......अभिवयक्ती तो जरुरी है...........
ऐसे ही लिख डाला......अभिवयक्ती तो जरुरी है...........
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